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चैत्र मास के नवरात्र इस बार 22 मार्च से शुरु होंगे। 30 मार्च को रामनवमी तक इस दौरान शक्ति की उपासना होगी। पर नवरात्रि स्थापना को लेकर इस बार लोगों के मन में एक संशय है। ये संशय पंचक को लेकर है। जो 19 मार्च को लगकर नवरात्रि स्थापना वाले दिन भी रहेंगे। जिसके चलते लोगों के मन में सवाल है कि क्या पंचक में नवरात्रि स्थापना की जा सकेगी? ऐसे में इस सवाल के जवाब के साथ आज हम आपको नवरात्रि स्थापना के मुहूर्त के बारे में भी बताने जा रहे हैं।
क्या पंचक में होगी नवरात्रि स्थापना
पंडित रामचंद्र जोशी के अनुसार नवरात्रि स्थापना से पहले 19 मार्च को पंचक शुरू होंगे। जो 22 मार्च को नवरात्रि स्थापना के दिन भी रहेंगे। लेकिन, इस पंचक का नवरात्रि स्थापना पर कोई असर नहीं होगा। क्योंकि पंचक में घास, लकड़ी आदि ईंधन एकत्रित करने, दक्षिण दिशा में यात्रा, छत डालना, चारपाई या बेड का निर्माण तथा शव के अंतिम संस्कार जैसे कार्यों पर ही रोक होती है। ऐसे में शुभ मुहूर्त में नवरात्रि स्थापना कर इस बार भी पूरे नौ दिन मां दुर्गा की उपासना बिना बाधा के की जा सकती है।
चैत्र नवरात्रि 2023 का मुहूर्त (Chetra navratri 2023 Muhurt)
पंडित जोशी के अनुसार चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि 22 मार्च को रात 08 बजकर 20 मिनट तक है। जिसमें कलश स्थापना का मुहूर्त सुबह में ही है। इस दिन सुबह 06 बजकर 23 मिनट से सुबह 07 बजकर 32 मिनट के बीच किसी भी समय घट स्थापना की जा सकती है। ये भी ध्यान रखें कि इस दिन दोपहर 12 बजकर 28 मिनट से दोपहर 01 बजकर 59 मिनट तक राहुकाल है। ऐसे में इस समय भूलकर भी कलश स्थापना नहीं करें।
शुक्ल व ब्रह्मयोग में होगी स्थापना
नवरात्रि स्थापना पर इस बार अत्यंत दुर्लभ संयोग भी बन रहा है। जिसे बेहद शुभ माना जा रहा है। पंचांगों के अनुसार 21 मार्च को रात 12 बजकर 42 मिनट से अगले दिन नवरात्रि स्थापना के दिन सुबह 9 बजकर 18 मिनट तक शुक्ल योग रहेगा। इसके बाद 23 मार्च सुबह 6 बजकर 16 मिनट तक ब्रह्म योग रहेगा। ये दोनों योग इच्छित फल देने वाले बताए जा रहे हैं।
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